Thursday, May 5, 2011
परियों की 51 मनमोहक कहानियाँ
अभी कल ही बड़े खूबसूरत ढंग से छपकर आई मेरी किताब, परियों की 51 मनमोहक कहानियाँ - में कुछ अलग ही अंदाज की परीकथाएँ हैं। इन कहानियों में ऐसी परियाँ हैं जिन्हें धरती की प्यारी छवि और रंगबिरंगी सुंदरता मोह लेती है और एक बार धरती पर आकर मानो वे कभी वापस नहीं जाना चाहतीं। यहाँ लोगों का भोलापन, प्यार, भावुकता और धरती के निश्छल और प्यारे-प्यारे नटखट बच्चे उन्हें बेहद मोहते हैं। ऐसी ही एक सुंदर और भोलीभाली नन्ही परी है गोगो, जो बच्चों में बिल्कुल बच्चा बनकर रम जाती है। उनके साथ मिलककर मिट्टी के खिलौने बनाती है, चित्रकारी करती है, खेलती और नाचती है और जब यहाँ से जाने लगती है तो बहुत उदास हेकर कहती है, अब मैं छुट्टियों में यहाँ आऊँगी और बहुत दिनों तक रहूँगी। कुछ नन्ही-मुन्नी कहानियाँ भी हैं, जिनमें एक से एक मजेदार अजूबे हैं और रोजमर्रा के जीवन की चीजें ही अपना रूप और शक्ल बदलकर क्या से क्या हो जाती हैं और सभी को खूब हँसी और खिलखिलाहट से भर देती हैं।
यह किताब डायमंड बुक्स, नई दिल्ली से छपी है और 223 पृष्ठों की इइस किताब की कीमत है, 100 रुपए।
जो बच्चे या मित्र इसे पढ़ें, उनकी राय जानकर अच्छा लगेगा। - प्र. म.
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आदरणीय भाई साहब मनु जी , नयी पुस्तक के लिए आपको बहुत बहुत बधाई .
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